फर्जी मस्टररोल अमीन बना कैशियर
अपात्र कैसियर पर मुख्य अभियंता मेहरबान।
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग में अभियंताओं के भ्रष्टाचार की वीर गाथाओं में फर्जी नियुक्ति व पदोन्नति, पद परिवर्तन, वेतनमान भी भ्रष्टाचार की वीरगाथा में एक प्रमुख वीरगाथा है। जिसका जीता जागता नजीर है देवेंद्र लाल श्रीवास्तव फर्जी मासिक वेतन भोगी / वर्कचार्ज अमीन जो विगत कई दशकों से मुख्य अभियंता व अधिशासी अभियंता के मिलीभगत से लोक निर्माण विभाग, सीडी-1, निर्माण खंड 3 गोरखपुर में कैशियर के पद पर तैनात रहकर लगभग अरबों रुपए की अकूत संपत्ति अर्जित कर, कुबेर बना बैठा है। फर्जी अमीन कैशियर देवेंद्र लाल श्रीवास्तव व उसके पिता व भाई द्वारा भी अभियंताओं की मिलीभगत से फर्जी पदों पर तैनात रहते हुए लोक निर्माण विभाग गोरखपुर को अरबों खरबों रुपए का चपत लगाया जा चुका है। उक्त आरोपियों के शैक्षिक योग्यता एवं सेवा पुस्तिका में सेवा सत्यापन का अब तक प्रविष्ट न किया जाना संगठित कूट रचित अपराधों की पुष्टि करता है। उक्त के क्रम में विगत दशकों से दर्जनों शासकीय प्रशासकीय आदेश कुबेर रूपी फर्जी कैशियर के कदमों में दम तोड़ती नजर आ रही है। संदर्भित प्रकरण में संगठन द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध संचालित सत्याग्रह संकल्प के 140 वें दिन संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने उक्त बातें कहीं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्रा, अनूप शुक्ला, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, योगेन्द्र कुमार मिश्रा एडवोकेट महामंत्री जिला कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन, डी एन सिंह ठेकेदार जन कल्याण समिति लखनऊ के प्रदेश उपाध्यक्ष, रामनिवास गुप्ता, वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, राजेश शुक्ला अधिवक्ता कमिश्नरी बार गोरखपुर, अनूप कुमार मिश्रा एडवोकेट स्नेहा मिश्रा एडवोकेट दीवानी कचहरी गोरखपुर विरेन्द्र कुमार वर्मा, विरेन्द्र राय, जिला मंत्री रामचन्दर दूबे, जिला संयोजक राजमंगल गौर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, संजय गुप्ता, इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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